* मुँहासे खूबसूरत चेहरे पर लगे धब्बे हैं, अतः इनसे निजात पाना जरूरी है। इसके लिए सुविधानुसार कोई भी तरीका चुना जा सकता है-
* नीम के साबुन से प्रतिदिन स्नान करें अथवा पानी में दो-चार बूँद डेटॉल डालकर स्नान करें।
* चंदन में गुलाब जल डालकर उसका लेप लगाने से भी लाभ होता है। मुँहासों पर आधे घंटे तक यह लगा रहने दें। फिर साफ ठंडे पानी से धो लें। प्रतिदिन इस क्रिया को दोहराएँ। पंद्रह दिनों में काफी फर्क पड़ जाएगा।
* थोड़ा सा चंदन और एक-दो पत्ती केसर पानी के साथ घिसकर प्रतिदिन आधे घंटे तक मुँहासों पर लगाएँ। तत्पश्चात चेहरा साफ-ठंडे पानी से धो लें।
* पुदीने को पीसकर मुँहासों पर लगाने से भी लाभ होता है। ऐसा प्रतिदिन आधे घंटे तक 15 दिनों तक करना चाहिए।
* तुलसी के पत्तों के रस में टमाटरों का रस मिलाकर लगाने से मुँहासों में लाभ होता है।
* चेहरे पर नींबू रगड़ने से भी मुँहासे दूर होते हैं।
* जामुन की गुठली को पानी में घिसकर चेहरे पर लगाने से मुँहासे दूर होते हैं।
* दही में कुछ बूँदें शहद की मिलाकर उसे चेहरे पर लेप करना चाहिए। इससे कुछ ही दिनों में मुँहासे दूर हो जाते हैं।
* तुलसी व पुदीने की पत्तियों को बराबर मात्रा में लेकर पीस लें तथा थोड़ा-सा नींबू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से भी मुँहासों से निजात मिलती है।
* नीम के पेड़ की छाल को घिसकर मुँहासों पर लगाने से भी मुँहासे घटते हैं।
* जायफल में गाय का दूध मिलाकर मुँहासों पर लेप करना चाहिए।
* हल्दी, बेसन का उबटन बनाकर चेहरे पर लगाने से भी मुँहासे दूर होते हैं।
* नीम की पत्तियों के चूर्ण में मुलतानी मिट्टी और गुलाबजल मिलाकर पेस्ट बना लें व इसे चेहरे पर लगाएँ।
* नीम की जड़ को पीसकर मुँहासों पर लगाने से भी वे ठीक हो जाते हैं।
* काली मिट्टी को घिसकर मुँहासों पर लगाने से भी वे नष्ट हो जाते हैं।
* दिन में कम से कम 5-6 बार चेहरा ग्लिसरीनयुक्त साबुन से धोएँ।
* किसी भी तरह की सौंदर्य प्रसाधन सामग्री का इस्तेमाल मत कीजिए।
* गरिष्ठ भोजन की बजाए सादा, सात्विक भोजन लें। अधिक मात्रा में तेल-घी, मिर्च-मसाले, अचार आदि का सेवन न करें। कब्जियत से बचें। दिन में आठ-दस गिलास पानी अवश्य पीएँ।
* सिर में यदि रूसी हो तो उसका उपाय कीजिए।
* बालों में तेल या अन्य कोई चिकनाईयुक्त क्रीम न लगाएँ।
* चाय कॉफी, मांस, मछली, शराब आदि का सेवन न करें।
* विटामिन-सी का सेवन मुँहासों के लिए बहुत लाभदायक है। विटामिन के रूप में नींबू का सेवन करें।
* व्यायाम करने से रक्त संचार बढ़ता है और तैलीय ग्रंथियों में रुकावट नहीं आती। इससे मुँहासे कम हो जाते हैं।
* ताँबे के बर्तन में पीने का पानी रखना।
* सुबह उठते ही एक गिलास पानी पीना।
* सुबह का खाना दस से बारह बजे के बीच खाना।
* खाना खाते समय खुश रहना।
* भोजन के साथ सलाद खाना।
* दोनों समय के भोजन के बीच सात घंटे का अंतर।
* खाने के साथ थोड़ा पानी पीना, ज्यादा नहीं।
* खाना खाने के बाद कुल्ला करना।
* खाना खाने के बाद पाँच सौ कदम चलना।
* रात का खाना छः से नौ बजे के बीच खाना।
* रात को दस बजे के बाद कुछ नहीं खाना।
* रात को सोने के पहले दूध पीना।
* खाना खाने के बाद बाईं करवट आराम करना।
* रात का खाना सोने से दो घंटे पूर्व खाना।
* रात को ब्रश करके सोना।
* खाने का समापन मिठास (मिठाई) के साथ करना।