बढ़ते बच्चों व महिलाओं के लिए कैल्शियम कितना आवश्यक है तथा दूध इसका प्रमुख स्रोत है, तभी तो भारतीय माताएँ कहती हैं 'बेटा दूध पी लो, ये तुम्हारी हड्डियाँ मजबूत करेगा।' हड्डियों व दाँत में 99 प्रतिशत कैल्शियम होता है तथा शेष मात्रा शरीर की प्रत्येक कोशिका के समुचित कार्य संचालन के लिए आवश्यक है। इसे दूध के अतिरिक्त, मूँगफली की खली, गुड़, सोयाबीन, हरी सब्जियों, भुने हुए चनों व उड़द से प्राप्त कर सकते हैं।
- मूँगफली की खली के 100 ग्राम में लगभग 213 मि.ग्रा. कैल्शियम होता है, जिसे नमक, मिर्च, लहसुन के साथ पीसकर तीखा बनाकर बतौर चटनी खाया जा सकता है।
- गुड़ में शकर की तुलना में छः गुना कैल्शियम होता है, जिसे आप चॉकलेट की तरह भी खा सकते हैं।
- सोयाबीन को गलाकर, उबालकर या गेहूँ के आटे में सोयाबीन का आटा मिलाकर रोटी बनाकर खा सकते हैं।
- सहजन की पत्ती के 100 ग्राम में लगभग 440 मि.ग्रा. कैल्शियम होता है, जिसे सब्जी बनाकर खाया जा सकता है।
- चने के साग के 100 ग्राम में लगभग 340 मि.ग्रा. कैल्शियम होता है, जिसे कच्चा या सब्जी बनाकर खाया जा सकता है।
- मैथी के साग के 100 ग्राम में 395 मि.ग्रा. तथा गाजर की पत्ती के 100 ग्राम में 340 मि.ग्रा. कैल्शियम होता है।
- उड़द की छिलके युक्त दाल के 100 ग्राम में 154 मि.ग्रा. तथा भुने हुए चनों के 100 ग्राम में 58 मि.ग्रा. कैल्शियम होता है।
दाँतों व हड्डियों को मजबूत बनाने, कोशिकीय प्रतिक्रियाओं के सही संचालन के लिए भोज्य पदार्थों में कैल्शियम को शामिल करें, और अपने परिवार के सदस्यों को मजबूत बनाएँ, क्योंकि कहा गया है कि 'जिसके साफ दाँत, उसकी साफ आँत, जिसकी हड्डियाँ मजबूत वो खुद मजबूत।
Wednesday, September 23, 2009
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