Tuesday, September 22, 2009

Acne (Muhanse)

युवावस्था में सभी लड़के-लड़कियों को मुँहासे होते हैं, कुछ लोगों को ज्यादा मुँहासे होते हैं और उनका चेहरा बिगड़ जाता है।

कुछ लोग मुँहासों को फोड़ देते हैं तो ये और ज्यादा खराब हो जाते हैं तथा त्वचा पर दाग छोड़ देते हैं। इनका सर्वप्रथम इलाज तो यह है कि इन्हें फोड़ें नहीं, अपने-आप ठीक होने दें।

मुँहासे होने का कारण एक प्रकार का हॉर्मोन है। महिलाओं में एंडोजेन नामक हारमोन होता है, जो बिसियस ग्रंथि को उत्तेजित करता है, यह ग्रंथि सेबम नामक तेल बनाती है, यही तेल मुँहासों का निर्माण करता है।

मुँहासों के भिन्न प्रकार

* हैड्स- मुँहासों का मुख्य कारण है। यह दो प्रकार के हो सकते हैं ब्लैक हैड्स और व्हाइट हैड्स ।

* फुंसी-त्वचा के रंग से मिलता-जुलता हल्का सा उभरा हुआ भाग।

* पकी हुई फुंसी-मवाद से भरा हुआ उभरा भाग

* सिस्ट-गाड़े पदार्थ से भरा हुआ एक बड़ा गोल आकार का उभरा भाग

* निशान (दाग)- ऊपर दी गई सभी चीजों के ठीक होने के बाद भी कई निशान छूट जाते हैं।

मुँहासे का घरेलू उपचार

* दिन में तीन-चार बार कच्चे लहसुन की पीठी बनाकर लगाने से मुँहासे कम हो जाते हैं और काले निशान तथा फुंसियाँ मिटने में सहायता मिलती है।

* लहसुन की 2-4 कली प्रतिदिन 1-3 माह तक खाने से रक्त प्रवाह शुद्ध होता है और त्वचा दीर्घकाल तक मुँहासों से मुक्त हो जाती है।

* 0.5 मि.ली. नीबू का रस 10-15 मि.ली. गुनगुने पानी में दिन में 2-3 बार लेने से मुंहासे कम होते हैं।

* मैथी (फेनुग्रीक) की पत्तियों का पेस्ट बनाकर चेहरे पर 10-15 मिनट लगाने से आराम होता है। यह लेप प्रतिदिन सायं या एक दिन छोड़कर लगाया जा सकता है।

* नारियल का पानी चमड़ी को पोषक तत्व देकर मुँहासे रोकता है।

* लौंग और जीरे का लेप बनाकर, चेहरे पर 10 मिनट लगाने से लाभ होता है।

* चेहरे पर प्रतिदिन दो बार नहाने से पहले 10 मिनट तक हल्दी लगाने से बहुत अच्छे परिणाम मिलते हैं।

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